उत्सव रंग पंचमी का और होली का
रंग पंचमी और होली, इन दोनों त्योहारों पर रंग खेलने की प्रथा है। वस्तुतः होली होलिका दहन के अगले दिन मनायी जाती है। लोग पहले होली पर होलिका दहन की बची हुई राख से खेलते थे, परन्तु आज कल इसे रंगों के साथ खेला जाता है। महाराष्ट्र में और उत्तर भारत के कुछ भागों में होलिका दहन के पांच दिन बाद रंग पंचमी मनायी जाती है। रूढ़ि के अनुसार इसे गुलाल के साथ खेला जाता है, परन्तु अब इसकी जगह विविध रंगों ने ले ली है।
ऐसा माना जाता है की जब होली की आग जलाई जाती है तब सारे नकारात्मक गुण जैसे तामसिक और राजसिक गुण नष्ट हो जाते है। यह नकारात्मक गुण जीवन चक्र से मुक्ति पाने में और मोक्ष प्राप्त करने में दिक्कत लाते है। जब इन गुणों को नष्ट किया जाता है तब सात्विक गुणों से युक्त राख हमारे पास बचती है जो नैसर्गिक रूप से सकारात्मक होती है। यह सात्विक गुण हमे मोक्ष प्राप्त करने में मद्द करता है। इसीलिए होलिका दहन के अगले दिन राख के साथ खेलकर होली का त्यौहार मनाया जाता है। होली को धुलेंडी, धुर्डी, धुलवड, धूलिवंदन और … भी कहा जाता है।
अमावास्यंत पंचांग के अनुसार रंग पंचमी फाल्गुन माह की कृष्ण पंचमी तिथि पर आती है और पुर्निमंत पंचांग के अनुसार चैत्र माह की कृष्ण पंचमी तिथि पर मनायी जाती है। कुछ जगहों पर होली का त्यौहार पांच दिन तक मनाया जाता है। इसे उत्तर भारत में होरी, दोल जात्रा, महाराष्ट्र में होळी, दक्षिण भारत में काम दहन और पश्चिम बंगाल में दोल जात्रा के नाम से जाना जाता है।
रंग पंचमी के द्वारा पंचतत्त्वों (अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल और आकाश) को जागृत किया जाता है। यह पांच तत्त्व जीव के अध्यात्मिक भाव के अनुसार देवत्व को गुलाल और रंगित पानी द्वारा जागृत करते है। यह त्यौहार केवल ऋतू बदल ही नहीं बल्कि नाच, गाना और खुशियों का सम्मलेन भी दर्शाता है।
हर एक प्रान्त में होली के त्यौहार का नाम और परंपरा अलग अलग है परन्तु सभी प्रान्त में यह त्यौहार रंगों से निगडित है। इसलिए आप किसी भी प्रान्त में हो और इस त्यौहार को किसी भी नाम से जानो, आप इस उत्सव को बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाएं।
इस साल होली, होलिका दहन और रंग पंचमी का मुहूर्त:
• होलिका दहन – १७ मार्च २०२२, गुरुवार। पूर्णिमा का प्रारम्भ ०१:३० बजे।
• होली/धूलिवंदन – १८ मार्च २०२२, शुक्रवार। पूर्णिमा १२:४८ बजे समाप्त होगी इसलिए होली का प्रारम्भ इसके बाद होगा।
• रंग पंचमी – २२ मार्च २०२२, मंगलवार। पंचमी तिथि का प्रारम्भ ०६:२५ बजे।
Copyright © 2025 Vedik Astrologer | Powered by MI Tech Solutions